22.1 C
New York
Monday, Sep 29, 2025
The Beats
Image default
Uncategorized

मंच मिला तो नवोदित बाल कवियों के दिलों में धड़का हिंदुस्तान

प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में अंतर्विद्यालयी बाल कवि सम्मेलन
ऑपरेशन सिंदूर, पुलवामा अटैक, राजनीति, भ्रष्टाचार जैसे विषयों पर की बेबाक टिप्पणियां
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
आगरा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित अंतर्विद्यालयी बाल कवि सम्मेलन में
नवोदित बाल कवियों ने ऑपरेशन सिंदूर, पुलवामा अटैक, राजनीति, भ्रष्टाचार पर अपनी कविताओं का विषय बनाया, व्यवस्था पर व्यंग्य वाण छोड़े तो श्रोता भी बाल मन की चिंताओं न उनकी समझ पर हैरान थे।मासूम से दिखने वाले बच्चे भले ही बड़ों की तरह देश की ज्वलंत समस्याओं को आवाज नहीं दे सकते, लेकिन कविता का मंच मिला तो उन्होंने समाज के हर पहलू को छूटे हुए संदेश दिया कि वे बच्चे जरूर है लेकिन उनके अंदर भी हिंदुस्तान धड़कता है, देश की मानवीय, अमानवीय, प्रगति व समृद्धि की हर परिस्थिति पर उनकी पैनी नजर भी है, समझ भी है।
इस पूरे आयोजन के सूत्रधार रहे प्रिल्यूड स्कूल के निदेशक डॉ.सुशील गुप्ता ने बताया कि
कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ छात्रों की रचनात्मक प्रतिभा को मंच प्रदान करना तथा विद्यालयों के बीच आपसी सौहार्द को विकसित करना रहा।
प्रतियोगिता में आगरा शहर के सीबीएसई, आईसीएसई. तथा यू.पी. बोर्ड से संबद्ध 30 विद्यालयों के 90 प्रतिभागियों ने तीन वर्गों — काव्य कली समूह (कक्षा 6 से 8), कवितांश समूह (कक्षा 9 व 10) और सृजन सरिता समूह (कक्षा 11 व 12) में भाग लेकर अपनी कविताओं से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, प्रधानाचार्य अरविंद श्रीवास्तव तथा निर्णायक मंडल ने दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रधानाचार्य श्रीवास्तव ने बाल कवि सम्मेलन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थियों में रचनात्मक कौशल को निखारना और उन्हें अभिव्यक्ति के माध्यम से विशेष पहचान व सम्मान देना इस आयोजन का मुख्य ध्येय है।

मुख्य अतिथि एवं निर्णायक मंडल

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शारदा गुप्ता (चेयरमैन–बिभव बिल्डर्स व चार्टर प्रेसिडेंट–रोटरी क्लब रॉयल, आगरा) रहीं। निर्णायक मंडल में डॉ. आरएस. तिवारी (सहायक निदेशक, डीईआई. दयालबाग), डॉ. युवराज सिंह (हिंदी विभागाध्यक्ष, आरबीएस कॉलेज), डॉ. शिखा श्रीधर (हिंदी विभागाध्यक्षा, बीडी जैन कन्या महाविद्यालय), डॉ. गुंजन (बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय), सुविख्यात साहित्यकार श्रुति सिन्हा और डॉ. निशिथ गौड़ (असिस्टेंट प्रोफेसर, कला संकाय, डीईआई) शामिल रहे।

कविताओं में जीवित हो उठीं समाज की संवेदनाएं
बाल कवियों ने अपनी कविताओं में ऑपरेशन सिंदूर, पुलवामा अटैक, राजनीति, भ्रष्टाचार, बचपन, पर्यावरण संरक्षण, बाल श्रम उन्मूलन, मानव स्वार्थ, बेटी बचाओ, कन्या भ्रूण हत्या, अंगदान, चंद्रयान-3, मातृ शक्ति और देशप्रेम जैसे विषयों पर प्रभावशाली ढंग से काव्यपाठ किया। उनकी कविताओं ने उपस्थित श्रोताओं के हृदय में जोश, स्फूर्ति और नवीन ऊर्जा का संचार किया।
मुख्य अतिथि शारदा गुप्ता ने भी अपनी स्वरचित कविता प्रस्तुत कर ‘मां’ का सम्मान करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “मां का सम्मान किए बिना जीवन में लक्ष्य पाना असंभव है।”

निर्णायक मंडल की प्रेरणा
निर्णायकों ने सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उन्हें मौलिक लेखन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कविता की प्रस्तुति में भाव-भंगिमा, लयबद्धता और शब्दों के सही उच्चारण पर ध्यान देने से काव्य और भी प्रभावशाली बनता है। साथ ही, उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को इस अनूठे आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।

पुरस्कृत श्रेष्ठ कवि
सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए, प्रत्येक वर्ग से पांच-पांच श्रेष्ठ कवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

काव्य कली समूह
अनुष्का शर्मा – शिवालिक कैंब्रिज कॉलेज
अंशिका जुरैल – सेंट सी.एफ. एंड्रयूज स्कूल
अन्वेषा शर्मा – गायत्री पब्लिक स्कूल यूनिट-1
परिधि खत्री – सी.एफ. एंड्रयूज स्कूल, बल्केश्वर
एकता – ऑल सेंट स्कूल, शमशाबाद रोड

कवितांश समूह
जय शर्मा – गायत्री पब्लिक स्कूल, यूनिट-2
आनंदी शर्मा – गायत्री पब्लिक स्कूल, यूनिट-1
सार्थक पयाल – ऑल सेंट, शमशाबाद रोड
कृतिका उपाध्याय – दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल
चहक चौधरी – सनफ्लावर पब्लिक स्कूल

सृजन सरिता समूह
वैष्णवी कुलश्रेष्ठ – शिवालिक कैंब्रिज कॉलेज
शिवम शर्मा – ऑल सेंट स्कूल, शमशाबाद
अनज्या शर्मा – सेंट सी.एफ. एंड्रयूज स्कूल
परी कटारा – सेंट सी.एफ. एंड्रयूज स्कूल, बरौली अहीर
वैष्णवी शर्मा – सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल

कार्यक्रम का संचालन अनन्या वर्मा, अंशुमन सिकरवार और श्रुति चंद्रा ने किया, जबकि सम्मेलन की समन्वयिका बबिता रानी रहीं। विद्यालय निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रत्येक बच्चा अपनी अनूठी प्रतिभा लेकर आता है, बस आवश्यकता है उसे पहचानने और निखारने की।

द बीट्स न्यूज नेटवर्क
7087570105

Related posts

ਡਾ. ਮਾਨਿਕ ਮੈਮੋਰਿਅਲ ਕਾਲਜ ਧਰਮਕੋਟ ‘ਚ ਵਿਸ਼ਵ ਪਰਿਆਵਰਨ ਦਿਵਸ ਮਨਾਇਆ ਗਿਆ

The Beats

मोगा में प्रधानमंत्री मोदी के प्रतिनिधि के रूप में केन्द्रीय मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल 15 को

The Beats

जीएसटी सुधारों को जन-जन तक पहुंचाने को देवप्रिय त्यागी ने शुरू की पैदल यात्रा

The Beats

Leave a Comment