महिलाओं ने पारंपरिक पहनावे और विरासत के प्रतीकों से रचा सांस्कृतिक सौंदर्य
मोगा।
शहीदी पार्क के भव्य हाल में परिवार प्रबोधन संस्था द्वारा आयोजित हरियाली तीज समारोह ने समूचे वातावरण को सांस्कृतिक रंगों और पारिवारिक सौहार्द से सराबोर कर दिया। यह आयोजन न केवल हरियाली तीज पर्व की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को रेखांकित करता है, बल्कि भारतीयता, पारंपरिक पहनावे और सामाजिक मूल्यों की पुनः स्थापना का एक प्रेरणास्पद प्रयास भी रहा।
कार्यक्रम में विशेष आकर्षण का केंद्र बनीं महिलाएं, जिन्होंने पारंपरिक पंजाबी वेशभूषा में उपस्थित होकर पंजाब की पुरातन सभ्यता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को मंच पर जीवंत कर दिया। उनके पहनावे में परंपरागत सलवार-कुर्ता, फुलकारी दुपट्टे, पारंपरिक गहने, चूड़ियां, बिंदियां, टिक्के और सुहाग के अन्य प्रतीक, भारतीय स्त्री की गरिमा और सौंदर्य के प्रतीक के रूप में चमकते नजर आए।
परिवार प्रबोधन संस्था की पंजाब ग्रामीण प्रभारी डॉ. राजिंदर कौर एवं श्रीमती कमलेश कौशिक के सशक्त नेतृत्व में संपन्न इस आयोजन में, पंजाब प्रबोधन के प्रदेश प्रभारी श्री विजय आनंद ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भारतीय स्त्री की गरिमा और संस्कृति की महानता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “जब भारतीय महिलाएं अपने पारंपरिक वस्त्रों, गहनों और सुहाग के प्रतीकों को धारण कर किसी सामाजिक समारोह में भाग लेती हैं, तब जो सौंदर्य और गरिमा उभरकर सामने आती है, वह विश्व के किसी भी देश में दुर्लभ है। हमारा पहनावा, हमारा खानपान, हमारी परंपराएं, हमारा परिवार – यही भारतीयता की सच्ची पहचान हैं। जब तक हम अपनी संस्कृति, अपनी धरोहर और अपनी मिट्टी से प्रेम करते रहेंगे, तब तक हमारा समाज और परिवार मूल्य आधारित और संस्कारित बना रहेगा।”
कार्यक्रम की सबसे उल्लेखनीय विशेषता यह रही कि महिलाएं अपने पूरे परिवार के साथ उपस्थित थीं। यह दृश्य आधुनिक सामाजिक आयोजनों में दुर्लभ होता जा रहा है, परंतु इस कार्यक्रम में यह साकार हुआ कि तीज जैसे पारंपरिक पर्व पारिवारिक एकता, स्त्री गरिमा और सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक हैं।
इस पावन अवसर पर समाज और राजनीति के कई प्रतिष्ठित चेहरे भी विशेष अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक एवं प्रदेश सचिव डॉ. हरजोत कमल, भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ. सीमांत गर्ग, तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक श्री विजय कौशिक सम्मिलित थे। इन सभी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए आयोजकों को बधाई दी और ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर बल दिया।
इस भव्य आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जब भारतीय समाज अपनी परंपराओं और पारिवारिक मूल्यों के साथ सामूहिक रूप से उत्सव मनाता है, तो न केवल एक पर्व जीवंत होता है, बल्कि समाज की जड़ें और गहरी होती हैं, और आने वाली पीढ़ियों को अपनी पहचान पर गर्व करना आता है।
हरियाली तीज का यह समारोह नारी गरिमा, परिवार, संस्कृति और भारतीयता का एक सुंदर संगम बन गया।