द बीट्स न्यूज नेटवर्क
मोगा। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का चुनाव अब रोचक मोड़ पर पहुंच चुका है। रविवार को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन सिर्फ एक प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया है।
माना जा रहा है कि जिला अध्यक्ष की घोषणा सोमवार को की जा सकती है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जिस प्रत्याशी का नामांकन दाखिल किया गया है, उनका शुरुआती दावेदारों में नाम ही शामिल नहीं था। नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशी का नाम चौंकाने वाला है। ये नाम पहले दिन से कहीं रेस में ही नहीं था।
शुरुआती चर्चाओं में माना जा रहा था कि पार्टी ने डॉक्टर सीमांत गर्ग को रिपीट करने का मन बना लिया है, वही प्रबल दावेदार माने जा रहे थे लेकिन अंतिम समय में पासा पलट गया, हालांकि डॉ सीमांत गर्ग की पैरवी काफी मजबूत थी। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेताओं के हर बिंदु पर चर्चा के बाद माना कि डॉ सीमांत अपने कार्यकाल में जिला भाजपा को एक जुट नहीं रख पाए। इस बार भाजपा का सीधा निशाना साल 2027 का विधानसभा चुनाव है। ऐसे में भाजपा किसी भी प्रकार का रिस्क इस समय नहीं लेना चाहती थी। शीर्ष नेतृत्व पार्टी को एकजुट रखने वाले एवं आर्थिक रूप से समृद्ध चेहरे की तलाश में थी।
शुरुआती दावेदारों में डॉ सीमांत गर्ग के अलावा पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विनय शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह गिल एवं पार्टी के जिला इकाई में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हितेश गुप्ता का नाम सबसे अग्रिम पंक्ति में माना जा रहा था। हालांकि मोगा के जिला प्रभारी पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया की मीटिंग में सबसे ज्यादा समर्थन पूर्व जिला अध्यक्ष विनय शर्मा ने जुटाने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन जिला प्रभारी की मीटिंग के बाद जब पार्टी के शीर्ष नेताओं ने गंभीर चिंतन किया तो अंतिम सूची में दो ही नाम रह गए जिनमें पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा के अलावा एक ऐसा नाम सामने आया जो शुरुआती पांच दावेदारों में नहीं था। राकेश शर्मा के बारे में यह माना गया कि वे देहात क्षेत्र में रहते हैं जबकि पार्टी चाहती थी की एक ऐसे चेहरे को सामने लाया जाए जिसका शहर से संबंध हो और ग्रामीण क्षेत्र में भी उसकी पकड़ हो, यही वजह है कि अंतिम समय में पांचो दावेदारों को जिला अध्यक्ष की रेस से बाहर होना पड़ा अब सोमवार को जिला अध्यक्ष के रूप में जो नाम सामने आएगा वह सभी को चौंका सकता है।
