केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए कैंप लगाने वाले भाजपाइयों को गांव डाला से पुलिस ने खदेड़ा
कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी, मोबाइल छीने
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
मोगा। केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को पहुंचाने के उद्देश्य से बरनाला रोड स्थित गांव डाला में लगे भाजपा के कैंप को पुलिस की मदद से हटवाने के विरोध में जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ.हरजोत कमल के नेतृत्व में करीब ढाई की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार व पुलिस का विरोध किया तो पुलिस ने डॉ.हरजोत कमल सहित करीब ढाई सौ की संख्या में लोगों को हिरासत में ले लिया। डॉ.हरजोत कमल व उनके साथ विरोध करने वालों को पुलिस ने थाना सदर में छह घंटे तक हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया, जबकि कैंप लगा रहे भाजपा के महामंत्री व पूर्व एसपी मुख्त्यार सिंह को थाना मैहना में रखा। उन्हें शाम को आठ बजे तक पुलिस ने नहीं छोड़ा था। इस मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी आधिकारिक रूप में तो कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ, लेकिन सिर्फ ये दलील देते रहे कि कैंप लगाने की डीसी की तरफ से कोई मंजूरी नहीं थी।
पुलिस ने जिस समय कैंप लगा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को सख्ती के भगाया, उस समय मौके की कवरेज कर रहे मीडिया के लोगों के साथ भी बदसलूकी की। कुछ पत्रकारों से मोबाइल तक छीन लिये, लेकिन मामला बिगड़ते देख मोबाइल वापस कर दिये। पुलिस के इस रवैये के बावजूद मोबाइल फोनों में कैंप से भाजपा नेताओं को धमकाकर भगाते हुए वीडियो कैद हो गये।
कैंप को जबरन बंद कराने की सूचना मिलते ही डॉ.हरजोत कमल मौके पर पहुंचे, उन्होंने कैंप का विरोध कर रहे पुलिस के साथ ही आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेताओं को कहा कि अगर सरकार लोगों को योजनाओं का लाभ देती तो उन्हें कैंप लगाने की जरूरत ही नहीं पड़ती, कम से कम लोगों को सुविधा नहीं दे सकते हैं तो जो लोग उनके लिए काम कर रहे हैं, उसमें तो बाधा मत डालो।
उस समय पुलिस अधिकारियों ने डॉ.हरजोत कमल को शांत कर दिया। वे जब अपने जिला कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि पुलिस ने फिर से कैंप बंद करा दिया है, ये सूचना मिलते ही उन्होंने जिले के विभिन्न गांवों से कार्यकर्ताओं को बुला लिया, देखते ही देखते 300- 400 कार्यकर्ता जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं
भाजपा जिला कार्यालय पहुंच गये। भाजपा नेता सड़क जाम करने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर थाना सदर चले गये। वहां पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ.सीमांत गर्ग, पूर्व जिलाध्यक्ष त्रिलोचन सिंह गिल, पूर्व जिलाध्यक्ष विनय शर्मा आदि बड़ी संख्या में भाजपा नेता पहुंच गये। यहां भी पुलिस के साथ भाजपा कार्याकर्ताओं की कई बार झड़प हुई। आक्रोशित भाजपा नेताओं ने थाने के अंदर ही सरकार व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस का जोर भाजपा नेताओं पर तो चला नहीं यहां भी मीडिया के मोबाइल छीनने शुरू कर दिये। बाद में मामला गर्माने के बाद मोबाइल फोन वापस किया।
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