बाढ़ पीड़ितों का सुनेंगे दर्द, अपनी टूटी जिंदगी को फिर से संवारने का सपना देख लोगों के लिए बनेंगे मददगार
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
मोगा। पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के दुख-दर्द को करीब से समझने और उनकी मदद के रास्ते तलाशने के लिए केन्द्र सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रतिनिधि और केन्द्रीय मछली, पशुपालन व डेयरी विभाग के राज्यमंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल 15 सितंबर की दोपहर 12 बजे मोगा पहुंच रहे हैं। वे यहां धर्मकोट के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करेंगे और उन लोगों से सीधे संवाद करेंगे जिनकी जिंदगी हालिया बाढ़ ने अस्त-व्यस्त कर दी है।
जिलाध्यक्ष डॉ. हरजोत कमल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं हाल ही में पंजाब आए थे और यहां बाढ़ से प्रभावित किसानों व नागरिकों से मुलाकात की थी। उस दौरान प्रधानमंत्री ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए 1600 करोड़ रुपये की विशेष राहत राशि की घोषणा की थी। इसके अलावा पंजाब सरकार के पास पहले से ही 12,000 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध है। प्रधानमंत्री ने अब निर्णय लिया है कि उनके कैबिनेट के मंत्री प्रदेशभर में जाकर बाढ़ पीड़ितों से मिलें, उनकी समस्याएं सुनें और वास्तविक स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि नुकसान के अनुपात में हर पीड़ित तक राहत पहुँच सके।
इसी दिशा में केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रो. बघेल मोगा के धर्मकोट क्षेत्र में पहुंचकर संघेड़ा सहित कई गांवों का दौरा करेंगे। यहां वे देखेंगे कि सतलुज दरिया का पानी उतरने के बाद ग्रामीण किस हालात में जी रहे हैं। खेतों में बर्बाद हुई फसलें, टूटी-फूटी दुकानें, गाद से पटे हुए घर और रोज़ी-रोटी की चिंता से जूझते लोग – इन सबकी वास्तविक तस्वीर वे अपनी आँखों से देखेंगे। मंत्री पीड़ितों से पूछेंगे कि उन्हें किस तरह की मदद की सबसे अधिक आवश्यकता है और किस तरीके से उनकी जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाया जा सकता है।
भाजपा के जिला कार्यालय दुन्नेके में रविवार को हुई बैठक में डॉ. हरजोत कमल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि केन्द्रीय मंत्री अधिक से अधिक बाढ़ प्रभावित परिवारों तक पहुंचे, उनका दर्द साझा करें और उनकी समस्याओं को प्रधानमंत्री तक पहुँचाएँ।
डॉ. कमल ने भावुक होकर कहा – “यह सिर्फ राहत राशि का सवाल नहीं है, बल्कि उन हजारों परिवारों की उम्मीदों को फिर से जगाने की लड़ाई है, जिनकी दुनिया बाढ़ के पानी में डूब गई। प्रधानमंत्री जी और उनकी टीम का यही प्रयास है कि किसी भी किसान, मजदूर या दुकानदार को अकेला महसूस न होने दिया जाए।”
प्रो. एस.पी. सिंह बघेल का यह दौरा न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि उन परिवारों के लिए भी संबल बनेगा जो आज अपनी टूटी जिंदगी को फिर से संवारने का सपना देख रहे हैं।
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