आयुर्वेद दिवस की ओर: हार्मनी कॉलेज ने बढ़ाया जागरूकता का कदम
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
फिरोजपुर। हार्मनी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के तत्वावधान में आयुर्वेद सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में रस शास्त्र में एमडी डॉ. साहिल गुलेरिया ने वॉकल फॉर लॉकल” विषय पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने आयुर्वेदिक जीवनशैली, संतुलित आहार-विहार एवं स्वदेशी औषधियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक समय में पर्यावरण-अनुकूल और स्वास्थ्यप्रद जीवनशैली ही दीर्घकालिक सुख-समृद्धि का मार्ग है।
डॉ.गुलेरिया ने युवाओं को आह्वान किया कि वे आयुर्वेद की जीवन पद्धति को अपनाकर स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करें।
इसी कड़ी में पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ की ओर से “फार्मा कॉ विजिलेंस, हर्बोविजिलेंस” विषय पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम डॉ. साहिल गुलेरिया एवं डॉ. रश्मि (एम.डी., काय चिकित्सा विभाग) के संयोजन में हुआ। सत्र का संचालन प्रो. विकास मेधी (फार्माकोलॉजी, पीजीआईएमईआर) एवं डॉ. अजय ने किया। वक्ताओं ने रोगी सुरक्षा, औषधीय निगरानी और विशेषकर आयुर्वेद में हर्बोविजिलेंस की चुनौतियों व भविष्य की संभावनाओं पर विस्तारपूर्वक बात रखी।
इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद दिवस से पूर्व अधिक से अधिक लोगों तक आयुर्वेद का वैज्ञानिक दृष्टिकोण और महत्व पहुंचाना रहा। इस वर्ष की थीम “आयुर्वेद फॉर प्यूपल एंड प्लेनेट ” को ध्यान में रखते हुए यह संदेश दिया कि आयुर्वेद केवल स्वास्थ्य का ही नहीं बल्कि मानवता और प्रकृति के संतुलन का भी आधार है।
सत्र का समापन “वॉकल फॉर लोकल, वेलकम फॉर ऑल!” के आह्वान के साथ हुआ, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और विशेषज्ञों ने मिलकर आयुर्वेद के प्रसार व प्रचार का संकल्प लिया।
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