तूड़ी बाजार स्थित सनातन महावीर दल मंदिर में कथा का आयोजन
प्रेमनाथ शर्मा (द बीट्स न्यूज नेटवर्क)
फिरोजपुर। तूड़ी बाजार स्थित सनातन महावीर दल मंदिर में आज हरिद्वार से पधारे स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज ने भक्तजनों को कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान से भगवान की कथा श्रेष्ठ है और भगवान से भी श्रेष्ठ भगवत नाम है।
पूज्य गुरुदेव ने सत्संग के महत्व को बताते हुए कहा कि सत्संग से मनुष्य समझ पाता है कि वह क्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि देह को अपना मानना सबसे बड़ा पाप है, शरीर घटता-बढ़ता रहता है लेकिन आत्मा शाश्वत है। आत्मा को पहचानना ही सच्चा ज्ञान है।
स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी ने कहा—
“मैं नहीं, मेरा नहीं। यह तन भगवान का है, यह धन भगवान का है, यह बच्चे भी भगवान के हैं। दुनिया ठाकुर ने बनाई है और सब कुछ उसी ने दिया है, इसलिए इसे अपना कहना ही पाप है।”
उन्होंने श्रोताओं को समझाया कि भगवान राम ने कभी संतों से प्रणाम नहीं करवाया। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि जो मेरा अनन्य चिंतन करते हैं, उन्हें मैं सहज ही प्राप्त हो जाता हूं। भगवान सतत हैं और हर प्राणी में विराजमान हैं। इसलिए सबमें भगवान का ही दर्शन करना चाहिए, तभी सबकी सच्ची सेवा संभव है।
गुरुदेव ने अंत में यह भी कहा—
“दो ही बातें हैं वफा की, आजमा कर देख लो… या तो मेरे बनो या मुझे अपना बना लो।”मंदिर प्रांगण में हुए इस सत्संग में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और गुरुदेव के उपदेशों से लाभान्वित हुए।
द बीट्स न्यूज नेटवर्क-7087570105