-सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से 23 राज्यों के विद्यार्थियों ने दिया, अनेकता में एकता का संदेश
-पश्चिम बंगाल, गुजरात,बिहार, पंजाब के युवाओं ने एक साथ एक मंच पर डाला भांगड़ा
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
मोगा। आईएसएफ कालेज ऑफ फॉर्मेसी के यूथ फेस्ट ‘जागृति-एक-अहसास’ में पश्चिम बंगाल, गुजरात,बिहार, और पंजाब के युवाओं ने एक साथ एक मंच पर भांगड़ा डालकर हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
आईएसएफ कालेज से यूथ फेस्ट से पूरी दुनिया को यह गूंजता हुआ संदेश गया है कि नई पीढ़ी समाज की हर चुनौती का समाधान देने की क्षमता रखती है। वह न केवल बदलाव का सपना देख सकती है, बल्कि उसे साकार करने की ताकत भी रखती है, शांति, एकता और संस्कृति के मार्ग पर चलकर। ये संदेश उन लोगों को आइना दिखाने वाला भी है यो जेन-जी के नाम पर युवाओं को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
आईएसएफ कालेज के यूथ फेस्ट में 23 राज्यों के विद्यार्थियों ने न सिर्फ देश की बहुरंगी सांस्कृतिक धरोहर की मनोहारी झांकी पेश की बल्कि अनेकता में एकता का बड़ा संदेश भी दिया।
एक ओर जहां आजकल दुनिया भर में जेन–जी पीढ़ी को लेकर यह धारणा बनाई जा रही है कि युवाओं में बदलाव लाने की ताकत केवल विरोध, तोड़फोड़ और हिंसा के ज़रिए ही है कि वे सिर्फ़ सिस्टम को चुनौती देकर ही परिवर्तन कर सकते हैं, वहीं दूसरी ओर आईएसएफ कॉलेज के “यूथ फेस्ट – जागृति: एक अहसास” ने एक बिलकुल अलग और प्रेरणादायक तस्वीर दुनिया के सामने रखी।
यहां पढ़ रहे देश के 23 राज्यों के बच्चों ने एक ही मंच पर एकजुट होकर राष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की शानदार झांकी प्रस्तुत की। कदम से कदम मिलाकर, एकता और ऊर्जा के साथ उन्होंने जो प्रस्तुति दी, उसने यह स्पष्ट संदेश दिया कि युवाओं की ताकत का असली अर्थ हिंसा या व्यवस्था को तोड़ना नहीं है, बल्कि अपनी रचनात्मकता, ऊर्जा और नवाचार के बल पर उसे सकारात्मक दिशा में रूपांतरित करना है। भांगड़ा, हिमाचल का लोक नृत्य नाटी, गुजरात का डांडिया, भूतों की रोमांचक दुनिया हर प्रस्तुति में कला जीवंत हो उठी।
यूथ फेस्ट में युवाओं ने दिखा दिया कि वे आईएसएफ कालेज में केवल डिग्रियां लेने या करियर बनाने के लिए कॉलेज नहीं आते, वे चरित्र बनाने आते हैं, और वह भी सिर्फ व्यक्तिगत नहीं बल्कि राष्ट्रीय चरित्र निर्माण के लिए।
द बीट्स न्यूज नेटवर्क
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